दहन हो गई वो भाभी जल गयी उसकी चिता घर में ही। रो रही थी वह क्रूर निर्मम हत्यारों के सामने। आर्तनाद स्वर से। जिसके नाम …
एक समय की बात है ,एक घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी। वह दिन था, जब उस घर की लाडली बिटिया, फूलों सी कोमल, चांद सी सुंदर…
अपनी बेटी सुनाली के बार-बार आग्रह करने पर रामलाल आज बेटी के विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुआ था । कार्यक्रम …
जिनकी रगो में धड़कती ईमानदारी, जिनकी संवेदनाओं के बादल हथेलियों की रेखाओं में बसे हुए, अपने नवोदित स्वप्न टूटत…
हिन्दू हूं हमेशा की तरह मैं सोया था और एक आवाज आई! जागो हिन्दूओं जाग जाओ। निद्रा गहरी थी पर इस बार जगाने वाला एक …
कण-कण में जिसके अमृत बसा है । मानव ने क्यों उसको ठगा है ? मिट्टी ,पत्थर , आव , हवा , वन , छीने सब उसके संसाधन । घर-…
कितनी प्यारी तितली रानी हरदम करती है शैतानी । इधर -उधर है उड़ती रहती करती बस अपनी मनमानी। रंग बिरंगे पंख निराले मन…
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