11वाँ गोपालराम गहमरी साहित्‍य एवं कला महोत्‍सव व सम्‍मान समारोह 20 से 21 दिसम्‍बर

प्रसिद्ध जासूसी उपन्यासकार एवं भारत में जासूसी उपन्यास के जनक कहे जाने वाले गोपालराम गहमरी की स्मृति में त्रैमासिक पत्रिका साहित्य सऱोज एवं गहमर वेलफेयर सोसायटी उनकी जन्मभूमि एवं कामाक्षी क्षेत्र गहमर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की रूप रेखा 25 सितम्‍बर 2025 को साहित्‍य सरोज के संंपादक अखंड गहमरी के द्वारा जारी किया गया।  उन्‍होनें सूचना जारी करते हुए बताया कि यह भारत का ग्रामीण परिवेश में होने वाला एक मात्र कार्यक्रम हैं, जिसका उद्वेश्‍य सीखो और सीखाओ है।  इस कार्यक्रम में एक दिन पूर्व से एक दिन बाद तक सभी अतिथियों के रखने, खाने-पीने, भ्रमण, स्‍टेशन से आने जाने की व्‍यवस्‍था पत्रिका द्वारा रहती हैं। प्रतिभाग हेतु 151 रूपये के फार्म पर रजिस्‍ट्रेशन कराना होता है। उसके अतरिक्‍त किसी प्रकार का कोई शुल्‍क या सहयोग राशि नहीं लिया जाता है। 

 *20 दिसम्बर 2025 शनिवार* 
प्रात: 08 बजे से सुंदरकांड का संगीतमय पाठ।
प्रात: 10 बजे* शुभारंभ, साझा संग्रह लोकार्पण, अतिथि स्वागत, पुस्तक मेला प्रारंभ।
प्रातः 11 बजे से 12.00 तक *गोपालराम गहमरी* के जीवन एवं कृतियों पर चर्चा।
दोपहर 12.15 बजे से 1.30 तक कार्यक्रम *मन की बात*
दोपहर 2.15 से शाम 4.15 तक *फिट इंडिया हिट इंडिया पर एकांकी एव परिचर्चा*
शाम 5 बजे से 07 बजे तक परिचर्चा विषय *कला एक शब्द नहीं जिन्दगी का आधार है*।
रात्रि 08* बजे से*  *सांस्कृति ककार्यक्रम* अतिथियों द्वारा नृत्य, गायन, वादन , कला प्रदर्शन।
21 दिसंबर 2025, रविवार*
प्रातः  05 बजे* गंगा स्नान, गंगा परिक्रमा, मां कामाख्या दर्शन पूजन, मंदिर परिसर में संक्षिप्त कविता पाठ।
प्रात: 11* बजे से कहानी वाचन कार्यक्रम।
दोपहर 2 बजे से शाम 3 बजे तक परिचर्चा *हिन्दी प्रेम करनी कम कथनी ज्यादा*
शाम 3.30 से  5 बजे तक *शार्ट फिल्मों* का प्रदर्शन कलाकारों का सम्मान।
शाम 5.30 से 6.30 तक आधुनिक कविता लेखन पर कार्यशाला
शाम 07 बजे से कवि सम्मेलन।
रात्रि *कवि सम्मेलन के उपरांत सम्मान समारोह*  एवं विदाई।
रजिस्ट्रेशन फार्म मुल्य 151 रूपया।
सभी कलाकारों एवं अतिथियों का चुनरी, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण-पत्र.

*भोजन व्यवस्था* * 20 दिसंबर 2025 
सुबह नास्ते में कचौड़ी, बैगन-साग-चना-आलू की मिक्स सब्जी, जिलेबी और दही।
दोपहर में सामान्य चावल, पीली दाल, सब्जी , सलाद, अचार,
शाम को नास्ते में उबाले चने की घुघनी एफ्रेक्श ( एनर्जी ड्रिंक)
रात को खाने में लिट्टी-चोखा और दूध की खीर
* *21 दिसंबर 2025*
प्रातः चाय केवल
नास्ता मंदिर परिसर में छोला-समोसा,चाय
दोपहर में मोछी-फुलवरा, चावल ( कढ़ी, चावल, बड़ा) एक सब्जी सूखी, सलाद, धनिया- टमाटर की चटनी, घर का बना आचार।
शाम को नास्ते में भूंजा, चाय।
रात को खाने में  छिनुई पूड़ी, सब्जी, हल्का चावल।
भोजन में लहसुन, प्याज और तीखे मसाले का प्रयोग नही होता है*
गेहूं  का मिल में पीसा हुआ आटा और सब्जी स्नानीय खेतों से आती है।
पूड़ी सरसो से  लोकल स्तर पर निकाले तेल की बनती है।

*निवास व्यवस्था*
यहां कोई होटल नहीं है, इस लिए पुरूषों की व्यवस्था कार्यक्रम स्थल के पास ही स्कूल में सामूहिक हाल में गद्दे पर रहती है।
महिलाओं की व्यवस्था हमारे घर के अंदर रहती है, अब यदि आपको लगता है कि उतनी महिलाएं घर में कैसे रहती होगी तो लखनऊ की ज्योति किरण रतन जी, हाथरस की संतोष शर्मा शान जी एवमं तमाम वह महिलाएं जो आई हैं वह बता देगीं।
बुजुर्ग और उठने बैठने में परेशान अतिथियों के लिए घर के अंदर एक बड़े हाल में चारपाई या तख़्त लगाया जाता है। वेस्टर्न टायलेट की सुविधा रहती है।
ठंड से बचाव की सारी व्यवस्था उपलब्ध रहती है , आप को चिंतित होने की जरूरत नहीं।
सुबह 5 बजे से ही नहाने एवं पीने के लिए गर्म पानी उपलब्ध रहता है।
यदि आप अपने खर्चे पर होटल लेना चाहे तो कार्यक्रम स्थल से कम से कम 22 किलोमीटर दूर रहना होगा।
विशेष* हमारे पास कोई *वीवीआईपी या वीआईपी* व्यवस्था नहीं होती , यदि आप वह व्यवस्था चाहते हैं तो हमें क्षमा करेगें। यह कार्यक्रम आपके लायक अथवा स्तर का नही है।

*आवागमन का साधन*
* गहमर हावड़ा दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर स्थित एक रेलवे स्टेशन है।
* यहां का अन्य  नजदीकी रेलवे स्टेशन
* पूरब में बक्सर ( बिहार)  22 किलोमीटर
* पश्चिम में दिलदारनगर ( उत्तर प्रदेश) 22 किलोमीटर।
* पश्चिम में दीनदयाल उपाध्याय नगर जक्शन 70 एवं वाराणसी जंक्शन 90 किलोमीटर।
* गहमर में मुम्बई, हावड़ा, दिल्ली, गाजियाबाद , बरेली, सहारनपुर लखनऊ, प्रयागराज, अमृतसर, लुधियाना, जयपुर, रेवाड़ी, भगत की कोठी, जयनगर से आने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव है।
* छत्तीसगढ़ से आने के लिए बनारस और बनारस से तुरंत दूसरी ट्रेन मिलेगी गहमर।
* चेन्नई, बंगलौर, नागपुर ,यानि पूरे दक्षिण से एवं गुवाहाटी यानि पूरे पूर्वोत्तर पूना से बक्सर या दिलदारनगर।
* कोटा, मथुरा, आगरा, से आने वाले 10 किलोमीटर दूर भदौरा उतरेगें और कुछ ही देर में पैसेंजर से गहमर जो अगला स्टापेज होगा।
* गोरखपुर, देवरिया, मऊ, आजमगढ़, बस्ती, संतकबीरनगर के अतिथि बस से गाजीपुर और गाजीपुर से बस से गहमर ।
* गहमर रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड से कार्यक्रम स्थल/ ठहराव स्थल *300 मीटर* की दूरी पर है।

*अखंड गहमरी*

9451647845

















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