प्रेम फरवरी
सीप में छिपी मोती की मानिंद है
मेरा प्यार
किनारे की रेत में खो न देना
होंठो पर दबी खिली मुस्कान है
मेरा प्यार
ठहाकों की भांति गूंजने न देना
समय की धुरी में हर लम्हा है
मेरा प्यार
जिंदगी की राह में व्यर्थ गवां न देना
मानस की चौपाई सा गम्भीर है
मेरा प्यार
लावणी -सा मदमस्त बना न देना
पूजा की थाल में दिए की लौ है
मेरा प्यार
धधकती जलती ज्वाला बना न देना
मिल जाए तो मुकद्दर की तारीफ़ क्या
न मिले तो जीने की आस जगाए रखे
मेरा प्यार....
स्वर्ण ज्योति
पांडिचेरी
शार्ट फिल्म व डाकुमेंटरी में अभिनय व माडलिग हेतु फोटोशूट
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15 फरवरी से 28 फरवरी गीत/गजल/लेख/मुक्तक लेखन विषय- होली
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