गहमर वीरों की धरती पर हमें दूसरी बार जाने का मौका मिला बहुत लोग जेनरल नॉलेज में पढ़ते होंगे कि एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर है और मुझे वहां सम्मान मिला मुझे गर्व है इस बात पर, पहली बार हम 2024 में गई थीं । दयाशंकर भैया (कवि ) जी के संपर्क से। और वहां जानेके बाद अखंड सर जी से मेरा परिचय हुआ। फिर तो मैं ग्रुप में जुड़ी तो सब नोटिफिकेशन पता चलता रहता है कि कब आना है।मै फिर हमें 2025 में इस बार आने का मौका मिला हमको बहुत अच्छा लगा है पहली बार किसी से उतना परिचय नहीं हो पा रहा था। इस बार तो सबसे मैं बोल पा रही थी। ये अखंड सर जी के वजह से हुआ है नहीं तो मैं किसी बोलती नहीं थी। अखंड सर बोले कि मैं बैठे हुए नहीं देखूंगा कुछ न कुछ करते रहना चाहिए। मुझे अच्छी लगी उनकी बात।और हमसे थोड़ा बहुत जो हो सका संतोष शर्मा जी के साथ सहायता करती रही कार्यक्रम में।मुझे एक खासियत देखने को मिली कि प्रेम विषय पर लगभग सभी लोग बात किए ।मुझे अच्छा लगा।
हां एक बात की सब लोग हिंदी भाषा के बारे में बात किए मंच पर लेकिन मंच से उतरते ही 80% अंग्रेजी का शब्द प्रयोग करने लगते थे। और यही नहीं वहां जितने लोग आए थे सबके बच्चे ,पोते ,पोती अंग्रेजी मीडियम से पढ़ते होंगे ।
खैर कोई बात नहीं।और एक बात की ठंडी का मौसम था अखंड सर जी इतना व्यवस्था किए थे उसी में थोड़ा आग की व्यवस्था कर दिए होते तो बहुत अच्छा रहा होता।थोड़ा ताप लिए होते सब लोग बाकी सभी लोग बहुत अच्छा प्रस्तुति दिए । मुझे बहुत अच्छा लगा ।बाकी मुझे कोई शिकायत नहीं है ।
ज्योति सिंह कुशवाहा
ग़ाज़ीपुर

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